नई दिल्ली। 1 नवंबर से होने जा रहे हैं बैंको में बदलाव और इस वजह से आपके पैसों पर भी इन बदलावों का असर पड़ सकता हैं आपको बता दें इन बदलावों में सबसे बड़ा बदलाव स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में होने जा रहा है। जिसका असर आम जनता पर पड़ेगा। आज बैंक ऑफ़ इंडिया डिपॉजिट पर मिलने वाली ब्याज की दरों में बदलाव करेगा। यानि की अब आपको बचत खाते पर कम ब्याज मिलेगा जिससे जाहिर सी बात है कि, आपके पैसों पर इसका सीधा असर पड़ने वाला है।
आइये जानते हैं कौनसे होंगे बदलाव :
अगर आपका खाता बैंक ऑफ़ इंडिया में हैं तो आपको एक बड़ा झटका लगना तय हैं ,एसबीआई ने इस बारे में 9 अक्टूबर को जानकारी दे दी थी . उनके मुताबिक एक नवंबर से जिन सेविंग्स बैंक अकाउंट में एक लाख रुपये तक की राशि जमा है उस पर ब्याज की दर 0.25 फीसदी घटकर 3.25 फीसदी रह जाएगी. एक लाख रुपये से ज्यादा अगर आपके सेविंग्स अकाउंट में बैलेंस है तो उस पर ब्याज अब रेपो रेट के अनुसार मिलेगा ये बदलाव आम आदमी के लिए एक बड़ा झटका हैं , अब क्या होगा वो तो कल ही पता चलेगा !
अब करनी होगी डिजिटल पेमेंट :
दूसरा बदलाव ये देखने को मिलेगा अब कारोबारियों के लिए बेहद जरूरी होगा की वो डिजिटल पेमेंट ले। इसी के साथ ग्राहक या मर्चेंट्स से डिजिटल पेमेंट के लिए कोई भी शुल्क या मर्चेंट डिस्काउंट रेट (एमडीआर) नहीं वसूला जाएगा, और आपको बता दे बदले हुए ये नियम 50 करोड़ रुपये से अधिक के टर्नओवर वाले कारोबारियों पर ही लागू होंगे।
टाइमिंग में हुए बदलाव:
पहले एक ही इलाके में बैंकों के कामकाज का समय अलग होता था, पर अब ऐसा नहीं है नए टाइम टेबल के मुताबिक, बैंक सुबह 9 बजे खुलेंगे और शाम 4 बजे तक काम होगा। वहीं कुछ बैंकों का समय सुबह 9 बजे से लेकर शाम 3 बजे तक होगा।
नई ब्याज दरें :
वहीं स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की लोन पर नई ब्याज दरें 8.15 फीसदी से घटकर 8.05 फीसदी हो गई हैं जो 10 अक्टूबर से लागू हो चुकी है। एसबीआई बैंक ने ब्याज दरें आरबीआई के रेपो रेट घटाने के बाद किया था। बता दें कि आरबीआई ने दिवाली के मौके पर रेपो रेट में 25 बेसिस प्वाइंट की कटौती की थी। जिसके बाद रेपो रेट 5.40 फीसदी से घटकर 5.15 फीसदी हो गई।
लाजमी है की इन बदलावों से आम आदमी की हालत पतली होने वाली हैं पर देखना ये हैं की इन बदलावों से लोगो का कितना भला होता हैं अभी बदलाव होने से पहले कोई भला नजर नहीं आ रहा हो सकता हैं कल कोई खुशखबरी ही आ जाए सबसे ज्यादा झटका 1लाख तक की धनराशि वालो को लगने वाला हैं स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया के फैसले से सबसे ज़्यादा निराश सीनियर सिटिज़न भी हैं जिनके पास उम्र के इस पड़ाव में कमाई का कोई दूसरी ज़रिया नहीं बचा ,वो चाहते हैं कि एसबीआई अपने फैसले पर पुनर्विचार करे ।